लेखक-परिचय
डॉ गणेश नारायण चौहान जन्म : 15 मई,1939
होम्योपैथिक एव भोजन विषयों का अध्ययन,चिन्तन,मनन एव अनुभव द्वारा सत्यान्वेषण; लेखन,भाषण और रेडियो-टी वी वार्ताएँ; दैनिक अखबारों,पत्र-पत्रिकाओं में स्वास्थ्य प्रश्नोत्तर,लेख प्रकाशन; आध्यात्मिक तत्व चर्चा,परोपकारी कार्यों में रुचि । लोग शुद्ध,सात्विक भोजन एवं सस्ती सर्वसुलभ होम्योपैथिक तथा भोजन के द्वारा चिकित्सा से निरोग हों,इस कर्मक्षेत्र में निरन्तर क्रियाशील।
रोगियों की चिकित्सा करके स्वस्थ होने पर सुखानुभव; सरल,सस्ती चिकित्सा उपलब्ध कराना; । पुराने,असाध्य रोगों की बिना चीर-फाड़ चिकित्सा करना; पेट,कमर,वक्ष,स्त्री रोगों,असाध्य रोगों की सफल चिकित्सा का अधिक अनुभव; प्राय: होने वाले सभी रोगों,नए एवं जटिल रोगों की दीर्घकाल से चिकित्सा करते हुए गहन अनुभव । दूर रहने वाले रोगियों की पत्र-व्यवहार द्वारा चिकित्सा एव परामर्श । अपने ज्ञान और अनुभव को दूसरों को बताना एवं चिकित्सा में रुचि रखने वालों का मार्ग-दर्शन करना ।
अनुक्रमणिका |
||
1 |
अन्तरमन |
34 |
2 |
अधिक लोहा हानिकारक |
73 |
3 |
अपच के कारण और बचाव |
11 |
4 |
अपना चिकित्सक आप बनें |
103 |
5 |
ऑक्जेलिक एसिड पाये जाने वाला पदार्थ |
90 |
6 |
आँखों को सुरक्षा |
39 |
7 |
आयु बढना |
29 |
8 |
आयोडीन |
71 |
9 |
उच्च कैलोरी भोजन |
87 |
10 |
उच्च रक्तचाप,मोटापा और हृदय रोग |
85 |
11 |
उपवास |
100 |
12 |
औषधियों के दुष्प्रभाव |
100 |
13 |
क्वाशियरकर |
68 |
14 |
क्या खायें और क्यों |
115 |
15 |
कर्म फल |
106 |
16 |
कम नमक का भोजन |
89 |
17 |
कार्बोहाइड्रेट्स |
67 |
18 |
कीटाणुनाशक |
24 |
19 |
कुछ आरोग्यकर भोजन |
80 |
20 |
कैफीन |
53 |
21 |
कैल्शियम |
72 |
22 |
केश-शक्तिवधक |
24 |
23 |
कोलेस्ट्रोल |
17 |
24 |
क्रोध |
47 |
25 |
खनिज तत्त्व |
76 |
26 |
खिलाडियों का भोजन |
21 |
27 |
गर्मी में घुटन |
32 |
28 |
गर्मी से बचाव |
31 |
29 |
गाउट |
91 |
30 |
गुलाब-सा चेहरा |
97 |
31 |
घातक खाद्य पान मसाला |
124 |
32 |
चाकलेट |
125 |
33 |
चुस्त स्वारथ्य के नुस्खे |
32 |
34 |
चूना |
73 |
35 |
ज्वर-आरोग्यता |
87 |
36 |
टहलना |
95 |
37 |
ताँबा |
75 |
38 |
थकावट |
24 |
39 |
थैलेसिमिया |
13 |
40 |
दांत शक्तिवर्धक |
138 |
41 |
दुर्बल स्मरण-शक्ति के कारण |
48 |
42 |
दुबलापन |
87 |
43 |
धूम्रपान |
103 |
44 |
नशीले पदार्थों के दाँतों पर दुष्प्रभाव |
54 |
45 |
नित्योपयोगी प्राकृतिक भोजन |
94 |
46 |
निम्न कैलोरी का भोजन |
85 |
47 |
निम्न वसा का भोजन |
88 |
48 |
निमोनिया |
138 |
49 |
निरोग रहने के उपाय |
37 |
50 |
नेत्र-ज्योतिवर्धक |
137 |
51 |
पथरी के मरीज का भोजन |
90 |
52 |
पाचन-शक्तिवर्धक |
10 |
53 |
पाँच साल तक के बच्चों का |
|
54 |
पौष्टिक भोजन |
92 |
55 |
पीतल |
75 |
56 |
प्राणायाम |
97 |
57 |
प्राणि-जन्य प्रोटीन |
70 |
58 |
प्रोटीन |
67 |
59 |
पौष्टिक पदार्थ |
23 |
60 |
पौष्टिकता के लिए |
23 |
61 |
फास्ट फूड हानिकारक |
123 |
62 |
फास्फोरस |
75 |
63 |
बुढापे की कमजोरी |
25 |
64 |
भविष्य भगवान के हाथ |
106 |
65 |
भोजन में औषधीय तत्व |
45 |
66 |
भोजन द्रारा चिकित्सा |
97 |
67 |
भोजन कैसा होना चाहिए |
44 |
68 |
भोजन के सम्बन्ध में गलत विश्वास |
98 |
69 |
मत पीजिए पानी |
38 |
70 |
मर्दाना- शक्तिवर्धक |
57 |
71 |
मन |
33 |
72 |
मधुमेह के रोगी का भोजन |
83 |
73 |
मधुमेह के शाकाहारी रोगी का भोजन |
84 |
74 |
मां का दूध छुडाने के बाद का भोजन |
91 |
75 |
मासिक तनाव |
122 |
76 |
मानसिक स्वास्थ्य |
123 |
77 |
मेरास्मसम |
69 |
78 |
मुद्रा चिकित्सा |
126 |
79 |
मैग्रीशियम |
75 |
80 |
मैंगनीज |
74 |
81 |
मोटापा कम करने का भोजन |
88 |
82 |
मौन |
40 |
83 |
मौसम के रोग |
20 |
84 |
वकृत-शक्तिवर्धक |
50 |
85 |
यूरिक एसिड |
22 |
86 |
यौन रोग |
54 |
87 |
यौन-शक्तिवर्धक |
55 |
88 |
रक्त कैन्सर(Leukemia) |
22 |
89 |
रक्तचाप |
86 |
90 |
रक्तदान |
116 |
91 |
रक्तवर्धक |
13 |
92 |
रक्तविकार रक्तशोधक |
15 |
93 |
रक्त-क्षीणता (Anemia) |
14 |
94 |
रक्त की क्सी में आहार |
14 |
95 |
रक्त की गर्मी |
17 |
96 |
रसाहार |
95 |
97 |
रेशेदार भोजन |
42 |
98 |
रेशेदार भोजन का महत्त्व |
42 |
99 |
रेशेदार भोजन के तत्त्व |
43 |
100 |
रोगों से बचाव की दैनिक दिनचर्या |
52 |
101 |
रोग-निरोधक शक्ति |
51 |
102 |
लम्बाई बढाना |
22 |
103 |
लैसीथीन |
75 |
104 |
लोहा |
73 |
105 |
वसा |
67 |
106 |
वायु-प्रदूषण |
25 |
107 |
विटामिन |
60 |
108 |
विटामिन 'ए' |
60 |
109 |
विटामिन 'बी' कम्पलेक्स |
63 |
110 |
विटामिन 'सी' |
63 |
111 |
वीर्यवर्धक |
59 |
112 |
वृद्धावस्था में भोजन |
119 |
113 |
शक्तिवर्धक नाश्ता |
21 |
114 |
शक्तिवर्धक आध्यात्मिक भोजन |
105 |
115 |
शक्तिवर्धक भोजन (पदार्थ) |
1 |
116 |
शरीर की गर्मी |
31 |
117 |
शराब एक घातक पेय |
125 |
118 |
शाकाहारी भोजन का नमूना |
87 |
119 |
शिशु-शक्तिवर्धक |
9 |
120 |
शीघ्रपतन |
58 |
121 |
शुक्रवर्धक |
59 |
122 |
शोर |
123 |
123 |
शुद्ध और पौष्टिक भोजन |
43 |
124 |
साबुन |
79 |
125 |
सौन्दर्य |
102 |
126 |
संकल्प शक्ति |
138 |
127 |
संत सुधांशु जी महाराज के वचनामृत |
114 |
128 |
संगीत से बौद्धिक विकास |
50 |
129 |
स्नान |
78 |
130 |
स्नायविक शक्तिवर्धक |
9 |
131 |
स्वप्न |
55 |
132 |
स्वप्न-दोष |
55 |
133 |
स्फूर्तिदायक |
29 |
134 |
स्मरण-शक्तिवर्धक |
47 |
135 |
स्वर-ज्ञान |
34 |
136 |
स्वस्थ शरीर की पहचान |
97 |
137 |
स्वास्थ्य रक्षक नियम |
38 |
138 |
स्वास्थ्य-सोपान |
103 |
139 |
स्त्री-संग |
59 |
140 |
सन्तुलित भोजन |
80 |
141 |
सब्जियाँ बिना छीले पकायें |
41 |
142 |
सर्वरोग नाशक |
32 |
143 |
सामान्य भोज्य-पदार्थो के पौष्टिक |
|
144 |
गुण (सारणी) |
81 |
145 |
सूजन वृक्कशोध,कम नमक का |
|
146 |
भोजन |
89 |
147 |
सोडियम |
72 |
148 |
हृदय-रोग |
86 |
149 |
हृदय-रोगियों का भोजन |
85 |
150 |
हृदय-शक्तिवर्धक |
54 |
151 |
हस्त-मैथुन |
58 |
152 |
हाइपर थाइराइडिज्म |
87 |
153 |
हाथ-पाँव की जलन |
23 |
154 |
ज्ञाता-दृष्टा |
113 |
लेखक-परिचय
डॉ गणेश नारायण चौहान जन्म : 15 मई,1939
होम्योपैथिक एव भोजन विषयों का अध्ययन,चिन्तन,मनन एव अनुभव द्वारा सत्यान्वेषण; लेखन,भाषण और रेडियो-टी वी वार्ताएँ; दैनिक अखबारों,पत्र-पत्रिकाओं में स्वास्थ्य प्रश्नोत्तर,लेख प्रकाशन; आध्यात्मिक तत्व चर्चा,परोपकारी कार्यों में रुचि । लोग शुद्ध,सात्विक भोजन एवं सस्ती सर्वसुलभ होम्योपैथिक तथा भोजन के द्वारा चिकित्सा से निरोग हों,इस कर्मक्षेत्र में निरन्तर क्रियाशील।
रोगियों की चिकित्सा करके स्वस्थ होने पर सुखानुभव; सरल,सस्ती चिकित्सा उपलब्ध कराना; । पुराने,असाध्य रोगों की बिना चीर-फाड़ चिकित्सा करना; पेट,कमर,वक्ष,स्त्री रोगों,असाध्य रोगों की सफल चिकित्सा का अधिक अनुभव; प्राय: होने वाले सभी रोगों,नए एवं जटिल रोगों की दीर्घकाल से चिकित्सा करते हुए गहन अनुभव । दूर रहने वाले रोगियों की पत्र-व्यवहार द्वारा चिकित्सा एव परामर्श । अपने ज्ञान और अनुभव को दूसरों को बताना एवं चिकित्सा में रुचि रखने वालों का मार्ग-दर्शन करना ।
अनुक्रमणिका |
||
1 |
अन्तरमन |
34 |
2 |
अधिक लोहा हानिकारक |
73 |
3 |
अपच के कारण और बचाव |
11 |
4 |
अपना चिकित्सक आप बनें |
103 |
5 |
ऑक्जेलिक एसिड पाये जाने वाला पदार्थ |
90 |
6 |
आँखों को सुरक्षा |
39 |
7 |
आयु बढना |
29 |
8 |
आयोडीन |
71 |
9 |
उच्च कैलोरी भोजन |
87 |
10 |
उच्च रक्तचाप,मोटापा और हृदय रोग |
85 |
11 |
उपवास |
100 |
12 |
औषधियों के दुष्प्रभाव |
100 |
13 |
क्वाशियरकर |
68 |
14 |
क्या खायें और क्यों |
115 |
15 |
कर्म फल |
106 |
16 |
कम नमक का भोजन |
89 |
17 |
कार्बोहाइड्रेट्स |
67 |
18 |
कीटाणुनाशक |
24 |
19 |
कुछ आरोग्यकर भोजन |
80 |
20 |
कैफीन |
53 |
21 |
कैल्शियम |
72 |
22 |
केश-शक्तिवधक |
24 |
23 |
कोलेस्ट्रोल |
17 |
24 |
क्रोध |
47 |
25 |
खनिज तत्त्व |
76 |
26 |
खिलाडियों का भोजन |
21 |
27 |
गर्मी में घुटन |
32 |
28 |
गर्मी से बचाव |
31 |
29 |
गाउट |
91 |
30 |
गुलाब-सा चेहरा |
97 |
31 |
घातक खाद्य पान मसाला |
124 |
32 |
चाकलेट |
125 |
33 |
चुस्त स्वारथ्य के नुस्खे |
32 |
34 |
चूना |
73 |
35 |
ज्वर-आरोग्यता |
87 |
36 |
टहलना |
95 |
37 |
ताँबा |
75 |
38 |
थकावट |
24 |
39 |
थैलेसिमिया |
13 |
40 |
दांत शक्तिवर्धक |
138 |
41 |
दुर्बल स्मरण-शक्ति के कारण |
48 |
42 |
दुबलापन |
87 |
43 |
धूम्रपान |
103 |
44 |
नशीले पदार्थों के दाँतों पर दुष्प्रभाव |
54 |
45 |
नित्योपयोगी प्राकृतिक भोजन |
94 |
46 |
निम्न कैलोरी का भोजन |
85 |
47 |
निम्न वसा का भोजन |
88 |
48 |
निमोनिया |
138 |
49 |
निरोग रहने के उपाय |
37 |
50 |
नेत्र-ज्योतिवर्धक |
137 |
51 |
पथरी के मरीज का भोजन |
90 |
52 |
पाचन-शक्तिवर्धक |
10 |
53 |
पाँच साल तक के बच्चों का |
|
54 |
पौष्टिक भोजन |
92 |
55 |
पीतल |
75 |
56 |
प्राणायाम |
97 |
57 |
प्राणि-जन्य प्रोटीन |
70 |
58 |
प्रोटीन |
67 |
59 |
पौष्टिक पदार्थ |
23 |
60 |
पौष्टिकता के लिए |
23 |
61 |
फास्ट फूड हानिकारक |
123 |
62 |
फास्फोरस |
75 |
63 |
बुढापे की कमजोरी |
25 |
64 |
भविष्य भगवान के हाथ |
106 |
65 |
भोजन में औषधीय तत्व |
45 |
66 |
भोजन द्रारा चिकित्सा |
97 |
67 |
भोजन कैसा होना चाहिए |
44 |
68 |
भोजन के सम्बन्ध में गलत विश्वास |
98 |
69 |
मत पीजिए पानी |
38 |
70 |
मर्दाना- शक्तिवर्धक |
57 |
71 |
मन |
33 |
72 |
मधुमेह के रोगी का भोजन |
83 |
73 |
मधुमेह के शाकाहारी रोगी का भोजन |
84 |
74 |
मां का दूध छुडाने के बाद का भोजन |
91 |
75 |
मासिक तनाव |
122 |
76 |
मानसिक स्वास्थ्य |
123 |
77 |
मेरास्मसम |
69 |
78 |
मुद्रा चिकित्सा |
126 |
79 |
मैग्रीशियम |
75 |
80 |
मैंगनीज |
74 |
81 |
मोटापा कम करने का भोजन |
88 |
82 |
मौन |
40 |
83 |
मौसम के रोग |
20 |
84 |
वकृत-शक्तिवर्धक |
50 |
85 |
यूरिक एसिड |
22 |
86 |
यौन रोग |
54 |
87 |
यौन-शक्तिवर्धक |
55 |
88 |
रक्त कैन्सर(Leukemia) |
22 |
89 |
रक्तचाप |
86 |
90 |
रक्तदान |
116 |
91 |
रक्तवर्धक |
13 |
92 |
रक्तविकार रक्तशोधक |
15 |
93 |
रक्त-क्षीणता (Anemia) |
14 |
94 |
रक्त की क्सी में आहार |
14 |
95 |
रक्त की गर्मी |
17 |
96 |
रसाहार |
95 |
97 |
रेशेदार भोजन |
42 |
98 |
रेशेदार भोजन का महत्त्व |
42 |
99 |
रेशेदार भोजन के तत्त्व |
43 |
100 |
रोगों से बचाव की दैनिक दिनचर्या |
52 |
101 |
रोग-निरोधक शक्ति |
51 |
102 |
लम्बाई बढाना |
22 |
103 |
लैसीथीन |
75 |
104 |
लोहा |
73 |
105 |
वसा |
67 |
106 |
वायु-प्रदूषण |
25 |
107 |
विटामिन |
60 |
108 |
विटामिन 'ए' |
60 |
109 |
विटामिन 'बी' कम्पलेक्स |
63 |
110 |
विटामिन 'सी' |
63 |
111 |
वीर्यवर्धक |
59 |
112 |
वृद्धावस्था में भोजन |
119 |
113 |
शक्तिवर्धक नाश्ता |
21 |
114 |
शक्तिवर्धक आध्यात्मिक भोजन |
105 |
115 |
शक्तिवर्धक भोजन (पदार्थ) |
1 |
116 |
शरीर की गर्मी |
31 |
117 |
शराब एक घातक पेय |
125 |
118 |
शाकाहारी भोजन का नमूना |
87 |
119 |
शिशु-शक्तिवर्धक |
9 |
120 |
शीघ्रपतन |
58 |
121 |
शुक्रवर्धक |
59 |
122 |
शोर |
123 |
123 |
शुद्ध और पौष्टिक भोजन |
43 |
124 |
साबुन |
79 |
125 |
सौन्दर्य |
102 |
126 |
संकल्प शक्ति |
138 |
127 |
संत सुधांशु जी महाराज के वचनामृत |
114 |
128 |
संगीत से बौद्धिक विकास |
50 |
129 |
स्नान |
78 |
130 |
स्नायविक शक्तिवर्धक |
9 |
131 |
स्वप्न |
55 |
132 |
स्वप्न-दोष |
55 |
133 |
स्फूर्तिदायक |
29 |
134 |
स्मरण-शक्तिवर्धक |
47 |
135 |
स्वर-ज्ञान |
34 |
136 |
स्वस्थ शरीर की पहचान |
97 |
137 |
स्वास्थ्य रक्षक नियम |
38 |
138 |
स्वास्थ्य-सोपान |
103 |
139 |
स्त्री-संग |
59 |
140 |
सन्तुलित भोजन |
80 |
141 |
सब्जियाँ बिना छीले पकायें |
41 |
142 |
सर्वरोग नाशक |
32 |
143 |
सामान्य भोज्य-पदार्थो के पौष्टिक |
|
144 |
गुण (सारणी) |
81 |
145 |
सूजन वृक्कशोध,कम नमक का |
|
146 |
भोजन |
89 |
147 |
सोडियम |
72 |
148 |
हृदय-रोग |
86 |
149 |
हृदय-रोगियों का भोजन |
85 |
150 |
हृदय-शक्तिवर्धक |
54 |
151 |
हस्त-मैथुन |
58 |
152 |
हाइपर थाइराइडिज्म |
87 |
153 |
हाथ-पाँव की जलन |
23 |
154 |
ज्ञाता-दृष्टा |
113 |