मानव जीवन का लक्ष्य: The Goal of Human Life

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Item Code: GPA323
Author: Hanuman Prasad Poddar
Publisher: Gita Press, Gorakhpur
Language: Sanskrit Text with Hindi Translation
Edition: 2013
Pages: 238
Cover: Paperback
Other Details 8.0 inch X 5.0 inch
Weight 210 gm
Fully insured
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Book Description

नम्र निवेदन

भाईजी श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके लेखोंका यह एक सुन्दर चयन आपकी सेवामें प्रस्तुत किया जा रहा है। ये लेख समय-समयपर 'कल्याण 'में प्रकाशित हुए हैं। इस संग्रहमें विभिन्न आध्यात्मिक विषयोंके साथ-साथ अतिशय उपादेय ठोस सामग्रीका समावेश हुआ है।

व्यक्तिके जीवनका प्रभाव सर्वोपरि होता है और वह अमोघ होता है। श्रीभाईजी अध्यात्म- साधनकी उस परमोच्च स्थितिमें पहुँच गये थे, जहाँ पहुँचे हुए व्यक्तिके जीवनसे जगत्का, परमार्थके पथपर बढ़ते हुए जिज्ञासुओं एवं साधकोंका मंगल होता है। हमारा विश्वास है कि जो व्यक्ति इन लेखोंको मननपूर्वक पढ़ेंगे एवं अपने जीवनमें उनकी बातोंको उतारनेका प्रयत्न करेंगे, उनको परमार्थपथमें निश्चय ही विशेष सफलता प्राप्त होगी।

 

विषय-सूची

1

मानव-जीवनका लक्ष्य- भगवत्यप्राप्ति

5

2

साधनाके दो प्रकार

15

3

मनुष्य -जीवनका परम कर्तव्य

23

4

साधकका स्वरूप

29

5

मनुष्य -जीवनका एकमात्र उद्देश्य- भगवत्प्राप्ति

43

6

रस ( प्रेम) - साधनकी विलक्षणता

47

7

चरम और परम उपासनाका सुधा-मधुर फल- भगवत्प्रेम

64

8

रास रहस्य

72

9

भक्तका एकांगी प्रेम

86

10

श्रीकृष्ण-महिमाका स्मरण

88

11

श्रीराधा माधवका मधुर रूप गुण-तत्त्व

122

12

श्रीराधामाधव - युगलोपासना

152

13

सत्संग-वाटिकाके बिखरे सुमन

178

14

कल्याणसूत्र

190

15

भगवान् मेरे सहायक हैं, मुझे कोई भय नहीं

192

16

संकटके समय विश्वासी भक्तकी भावना

193

17

प्रतिशोधकी भावनाका त्याग करके प्रेम कीजिये

194

18

भगवान्की वस्तु भगवान्को सौंप दो

201

19

भगवान् श्रीसीतारामजीका ध्यान

205

20

भगवान्का मंगल -विधान

212

21

मोचीमें मनुष्यत्व

216

22

विल क्षण भाव-जगत्

221

23

अधर्म तथा असत्कर्मका फल दैवी प्रकोप-जन-धनका नाश

232

24

क्रोधनाशका उपाय

237

25

सुख चाहते हैं तो

238

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