"श्रीगुरुगीता स्तोत्र" का सरल हिन्दी अनुवाद प्रिय पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करते हुए अत्यंत प्रमुदित हो रहा हूँ। प्रत्येक गुरु भक्त, शिष्य, साधक, मुमुक्षु और परमात्मज्ञान जिज्ञासु के परम इष्ट देव एकमात्र श्री सद्गुरुदेव महाराज जी ही हैं। नित प्रति उनके चरणकमलों का पूजन, वंदन, ध्यान व आराधन प्रत्येक शिष्य के लिए नितान्त आवश्यक है। सद्गुरु की प्रसन्नता ही सर्व सिद्धियों की दाता है। सद्गुरु द्वारा ही परमात्म-स्वरूप का बोध संभव है। यही जीवन का. परम लाभ है।
यह लघु पुस्तक "श्रीगुरु गीता स्तोत्र" "स्वांद महापुराण" में वर्णित "ईश्वर पार्वती संवाद" का सरल हिन्दी अनुवाद है। यह प्रत्येक गुरु भक्त के लिए स्मरणीय, पठनीय एवं सदा अपने संग रखने योग्य हैं। पाठक गुरु वंदन, ध्यान, पूजन को कंठाग्र कर गुरु-स्तुति का भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं और हिन्दी अनुवाद को पढ़कर गुरु भक्ति के महत्व को समझकर भक्ति भावना से गुरु सेवा कर जीवन का अनुपम लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं।
यदि इस "श्रीगुरुगीता स्तोत्र" के अध्ययन और पठन से किसी साधक, जिज्ञासु गुरु भक्त को किञ्चित् भी गुरु भक्ति का लाभ मिलेगा तो मैं अपना परिश्रम सफल मानूंगा। इसी आशा से यह लघु पुस्तक "श्रीगुरु गीता स्तोत्र" का सरल हिन्दी अनुवाद पाठकों के समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूं।
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