Look Inside

पेट के रोगों की प्राकृतिक चिकित्सा: The Natural Healing of Intestinal Disorders

Best Seller
FREE Delivery
Express Shipping
$22
Express Shipping: Guaranteed Dispatch in 24 hours
Quantity
Delivery Ships in 1-3 days
Item Code: NZA662
Publisher: Popular Book Depot
Author: डॉ. नागेन्द्र कुमार नीरज: Dr. Nagendra Kumar Neeraj
Language: Hindi
Edition: 2013
ISBN: 9788186098387
Pages: 216
Cover: Paperback
Other Details 8.5 inch X 5.5 inch
Weight 280 gm
Fully insured
Fully insured
Shipped to 153 countries
Shipped to 153 countries
More than 1M+ customers worldwide
More than 1M+ customers worldwide
100% Made in India
100% Made in India
23 years in business
23 years in business
Book Description
<html xmlns:v="urn:schemas-microsoft-com:vml" xmlns:o="urn:schemas-microsoft-com:office:office" xmlns:w="urn:schemas-microsoft-com:office:word" xmlns:m="http://schemas.microsoft.com/office/2004/12/omml" xmlns="http://www.w3.org/TR/REC-html40"> <head> <meta http-equiv=Content-Type content="text/html; charset=windows-1252"> <meta name=ProgId content=Word.Document> <meta name=Generator content="Microsoft Word 12"> <meta name=Originator content="Microsoft Word 12"> <link rel=File-List href="nza662_files/filelist.xml"> <link rel=themeData href="nza662_files/themedata.thmx"> <link rel=colorSchemeMapping href="nza662_files/colorschememapping.xml"> <!--[if gte mso 9]><xml> Clean Clean false false false false EN-US X-NONE X-NONE MicrosoftInternetExplorer4 </xml><![endif]--><!--[if gte mso 9]><xml> </xml><![endif]--> <style> <!-- /* Font Definitions */ @font-face {font-family:Mangal; panose-1:2 4 5 3 5 2 3 3 2 2; mso-font-charset:0; mso-generic-font-family:roman; mso-font-pitch:variable; mso-font-signature:32771 0 0 0 1 0;} @font-face {font-family:"Cambria Math"; panose-1:2 4 5 3 5 4 6 3 2 4; mso-font-charset:1; mso-generic-font-family:roman; mso-font-format:other; mso-font-pitch:variable; mso-font-signature:0 0 0 0 0 0;} @font-face {font-family:Calibri; panose-1:2 15 5 2 2 2 4 3 2 4; mso-font-charset:0; mso-generic-font-family:swiss; mso-font-pitch:variable; mso-font-signature:-536870145 1073786111 1 0 415 0;} /* Style Definitions */ p.MsoNormal, li.MsoNormal, div.MsoNormal {mso-style-unhide:no; mso-style-qformat:yes; mso-style-parent:""; margin-top:0in; margin-right:0in; margin-bottom:10.0pt; margin-left:0in; line-height:115%; mso-pagination:widow-orphan; font-size:11.0pt; font-family:"Calibri","sans-serif"; mso-fareast-font-family:"Times New Roman"; mso-fareast-theme-font:minor-fareast; mso-bidi-font-family:"Times New Roman";} p.msopapdefault, li.msopapdefault, div.msopapdefault {mso-style-name:msopapdefault; mso-style-unhide:no; mso-margin-top-alt:auto; margin-right:0in; margin-bottom:10.0pt; margin-left:0in; line-height:115%; mso-pagination:widow-orphan; font-size:12.0pt; font-family:"Times New Roman","serif"; mso-fareast-font-family:"Times New Roman"; mso-fareast-theme-font:minor-fareast;} p.msochpdefault, li.msochpdefault, div.msochpdefault {mso-style-name:msochpdefault; mso-style-unhide:no; mso-margin-top-alt:auto; margin-right:0in; mso-margin-bottom-alt:auto; margin-left:0in; mso-pagination:widow-orphan; font-size:10.0pt; font-family:"Times New Roman","serif"; mso-fareast-font-family:"Times New Roman"; mso-fareast-theme-font:minor-fareast;} .MsoChpDefault {mso-style-type:export-only; mso-default-props:yes; font-size:10.0pt; mso-ansi-font-size:10.0pt; mso-bidi-font-size:10.0pt;} @page WordSection1 {size:8.5in 11.0in; margin:1.0in 1.0in 1.0in 1.0in; mso-header-margin:.5in; mso-footer-margin:.5in; mso-paper-source:0;} div.WordSection1 {page:WordSection1;} --> </style> <!--[if gte mso 10]> <style> /* Style Definitions */ table.MsoNormalTable {mso-style-name:"Table Normal"; mso-tstyle-rowband-size:0; mso-tstyle-colband-size:0; mso-style-noshow:yes; mso-style-priority:99; mso-style-qformat:yes; mso-style-parent:""; mso-padding-alt:0in 5.4pt 0in 5.4pt; mso-para-margin:0in; mso-para-margin-bottom:.0001pt; mso-pagination:widow-orphan; font-size:10.0pt; font-family:"Times New Roman","serif";} </style> <![endif]--><!--[if gte mso 9]><xml> </xml><![endif]--><!--[if gte mso 9]><xml> </xml><![endif]--> </head> <body lang=EN-US style='tab-interval:.5in'>

पुस्तक के विषय में

दो शब्द

यह जानकर अति प्रसन्नता हुई कि डॉ. नागेन्द्र कुमार नीरज अपने प्राकृतिक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा के पच्चीस वर्ष पूर्ण होने यानि रजत-जयन्ती वर्ष के अन्तर्गत प्राकृतिक चिकित्सा से सम्बन्धित चार पुस्तकों के प्रकाशन का संकल्प लिया है । डॉ. नीरज प्राकृतिक चिकित्सा क्षेत्र के निष्ठावान, समर्पित एवं क्रान्तिकारी चिकित्सक हैं जिन्होंने अब तक बोध गया, जयपुर, पुष्कर, अजमेर, श्री महावीर जी, कलकत्ता, बस्सी आदि विभिन्न स्थानों पर एक सफल संचालक एवं प्रभारी के रूप में अपनी सेवाएँ प्रदान की हैं । इनमें से कई प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्रों के संस्थापना से लेकर संचालन तक का कार्य बखूबी निभाते हुए दर्जनों पुस्तकों, सैकड़ों लेख, आलेख, साक्षात्कार, रेडियो तथा दूरदर्शन द्वारा प्राकृतिक चिकित्सा को सार्वजनिक बनाने में सहयोगी रहे हैं, विभिन्न व्याख्यान-माला में मुख्यवक्ता के रूप में एवं कई स्वास्थ्य सम्बन्धी पत्रिकाओं के सम्पादन द्वारा प्राकृतिक चिकित्सा को जन-जन तक पहुँचाने का जो कार्य डॉ. नीरज ने किया है तथा कर रहे हैं वह अपने आप में बेमिसाल, प्रशंसनीय एवं स्तुत्य है ।

डॉ. नीरज की प्रस्तुत, पुस्तक "पेट के रोगों की प्राकृतिक चिकित्सा" प्राकृतिक चिकित्सा जगत की अनुपम धरोहर सिद्ध होगी । प्राकृतिक चिकित्सा में समस्त रोगों का कारण पेट को माना गया है तथा प्रस्तुत पुस्तक में पेट के उन समस्त रोगों की वैज्ञानिक विवेचना करते हुए उनकी सहज, सरल एवं सही प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा निदान एवं उपचार बताया गया है । प्रस्तुत पुस्तक में डां. नीरज के पच्चीस साल में लगभग पचास हजार इनडोर रोगियों तथा लाखों आउटडोर रोगियों पर किए गए प्राकृतिक चिकित्सा एवं निदान का समृद्ध ज्ञान, शोध एवं अनुभव सन्निहित है । यह पुस्तक आम जनता जनार्दन के लिए उपयोगी सिद्ध होगी इसी मंगल कामना के साथ लेखक को धन्यवाद एवं साधुवाद देता हूँ तथा आशा करता हँ कि भविष्य में भी लेखक अपने लेखन एवं चिकित्सा द्वारा समाज की सेवा में प्रवृत्त रहेंगे।

 

अनुक्रमणिका

1

प्राकृतिक चिकित्सा क्या है?

1

2

पंच महाभूतात्मक चिकित्सा-पृथ्वी (मिट्टी) चिकित्सा

5

3

महातत्त्व जल-जल चिकित्सा

8

4

महातत्व अग्नि-सूर्य चिकित्सा

10

5

महातत्त्व आकाश-उपवास एवं मौन चिकित्सा

12

6

महातत्त्व वायु-वायु चिकित्सा जीर्ण आत्रशोथ (कोलाइटिस)

15

7

आँतों की सामान्य संरचना

16

8

रुग्ण आँतों की कैसे करें पहचान

18

9

दर्द द्वारा अति के रोग का निदान

18

10

आँतों में भरी वायु द्वारा रोग की पहचान

20

11

हिचकी से रोग की पहचान

22

12

अतिसार से आँत के रोगों का निदान

22

13

कब्ज से रोग की पहचान

25

14

रोग के इतिहास एवं रोगी की जीवनशैली से रोग का निदान

28

15

शरीर की बाहरी जाँच से रोग की पहचान

28

16

आँतों की बाह्य जाँच

29

17

संस्पर्शन से रोगों का निदान

29

18

ठोककर तथा ध्वनि-प्रक्षेपण से आँत के रोगों की पहचान

31

19

एण्डोस्कोपी से रोग का निदान

32

20

बेरियम मिल एक्स-रे से आँत के रोगों का निदान

33

21

पाखाना-जाँच से अति के रोगों का निदान

33

22

मल की भौतिक जाँच

34

23

माइक्रोस्कोप से पाखाने की जाँच

39

24

आन्त्रशोथ के विभिन्न प्रकार

42

25

संक्रामक आन्त्रशोथ

42

26

परजीवीजन्य आन्त्रशोथ

46

27

कृमिजन्य आन्त्रशोथ

48

28

विषजन्य (टॉक्सिक) आन्त्रशोथ

54

29

आहार-जन्य आन्त्रशोथ

55

30

लाक्षणिक एवं द्वितीयक आन्त्रशोथ

56

31

अलर्जिक आन्त्रशोथ

56

32

इरिटेबल बावेल सिण्ड्रोम तथा म्यूकस कोलायटिस

57

33

अल्सरेटिव कोलाइटिस

58

34

अनाहारजन्य आन्त्रशोथ

59

35

तीव्र लघु वृहदान्त्रशोथ

59

36

जीर्ण लघु वृहदान्त्रशोथ

60

37

अन्य नाना प्रकार के कोलाइटिस

61

38

आन्त्रशोथ की प्राकृतिक आहार एवं योग चिकित्सा

63

39

आन्त्रशोथ एवं मानसिक स्थिति

68

40

पेचिश कारण, पहचान, वर्गीकरण, निदान, उपचार एवं रोकथाम

69

41

वमन कारण, पहचान, वर्गीकरण, निदान, उपचार एवं रोकथाम

73

42

डायरिया कारण, पहचान, वर्गीकरण, निदान, उपचार एवं रोकथाम

76

43

पेट दर्द तीव्र पेट दर्द

83

44

जीर्ण पेट दर्द :लक्षण, कारण, निदान, उपचार एवं रोकथाम

85

45

गैस्ट्राइटिस :कारण, वर्गीकरण, लक्षण, उपचार एवं रोकथाम

90

46

क्रोनिक गेस्ट्राइटिस :वर्गीकरण, लक्षण, उपचार एवं रोकथाम

94

47

रक्त वमन :कारण, वर्गीकरण, लक्षण, उपचार एवं रोकथाम

98

48

आँतों से रक्त-साव :कारण एवं उपचार

100

49

हिचकी :कारण, निदान, उपचार एवं रोकथाम

101

50

कब्ज कारण, वर्गीकरण, लक्षण, उपचार एवं रोकथाम

103

51

अजीर्ण कारण वर्गीकरण, निदान, उपचार एवं रोकथाम

111

52

अरुचि कारण, वर्गीकरण, लक्षण, उपचार एवं रोकथाम

116

53

अप्लपित्त कारण, वर्गीकरण, लक्षण, उपचार एवं रोकथाम

120

54

अल्सर :कारण, लक्षण, दुष्प्रभाव, उपचार एवं रोकथाम

124

55

पेट में गैस बनना :कारण, वर्गीकरण, निदान, उपचार एवं रोकथाम

135

56

बवासीर वर्गीकरण, लक्षण, उपचार एवं रोकथाम

140

57

यकृत की सूजन एवं बढ़ा हुआ यकृत

146

58

यकृत के घाव

148

59

यकृत रोग :लक्षण, उपचार एवं रोकथाम

150

60

सिरोसिस :कारण, वर्गीकरण, लक्षण, उपचार एवं रोकथाम

154

61

पीलिया :वर्गीकरण, लक्षण, उपचार एवं रोकथाम

161

62

अग्न्याशय की तीव्र सूजन :वर्गीकरण, लक्षण, उपचार एवं रोकथाम

169

63

अग्न्याशय की जीर्ण सूजन :लक्षण, उपचार एवं रोकथाम

171

64

फ्लीहा की वृद्धि :कारण, लक्षण, उपचार एवं रोकथाम

173

65

हर्निया :वर्गीकरण, लक्षण, उपचार एवं रोकथाम

177

66

अपेंडिसाइटिस :कारण, वर्गीकरण, उपचार एवं रोकथाम

182

67

पेट के विभिन्न रोगों से मुक्ति की कहानी-रोगी की जुबानी

187

68

अल्सरेटिव कोलाइटिस से मुक्ति की सच्ची कहानी

187

69

जीर्ण कब्ज से मुक्ति की सच्ची कहानी

189

70

पेट के अल्सर से मुक्ति की सच्ची कहानी

191

71

पेट की असाध्य पीड़ा से मुक्ति की सत्य-गाथा

192

72

अल्कोहलिक यकृत एवं पेट के अन्य रोगों से मुक्ति की सच्ची कहानी

194

73

रोग-मुक्ति के दिशा निदेशक के कृतित्व एवं व्यक्तित्व

74

विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं से

195

 

 

</body> </html>
**Contents and Sample Pages**












Frequently Asked Questions
  • Q. What locations do you deliver to ?
    A. Exotic India delivers orders to all countries having diplomatic relations with India.
  • Q. Do you offer free shipping ?
    A. Exotic India offers free shipping on all orders of value of $30 USD or more.
  • Q. Can I return the book?
    A. All returns must be postmarked within seven (7) days of the delivery date. All returned items must be in new and unused condition, with all original tags and labels attached. To know more please view our return policy
  • Q. Do you offer express shipping ?
    A. Yes, we do have a chargeable express shipping facility available. You can select express shipping while checking out on the website.
  • Q. I accidentally entered wrong delivery address, can I change the address ?
    A. Delivery addresses can only be changed only incase the order has not been shipped yet. Incase of an address change, you can reach us at [email protected]
  • Q. How do I track my order ?
    A. You can track your orders simply entering your order number through here or through your past orders if you are signed in on the website.
  • Q. How can I cancel an order ?
    A. An order can only be cancelled if it has not been shipped. To cancel an order, kindly reach out to us through [email protected].
Add a review
Have A Question

For privacy concerns, please view our Privacy Policy

Book Categories