प्रस्तुत कथा-संग्रह योगिराज परम संत सद्गुरुदेव श्री हंस जी महाराज एवं श्री सतपाल जी महाराज द्वारा अपने सत्संग प्रवचनों में समय-समय पर अति गूढ़ रहस्यों को सरलतापूर्वक सर्व साधारण के लिए बोधगम्य बनाने हेतु प्रयुक्त प्रसंगों को एकत्र करके तैयार किया गया है। ये अपने आप में रोचक एवं शिक्षा प्रद होते हुए भी किसी विशेष लक्ष्य की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करने वाली हैं। अंग्रेजी में जिन्हें पैराबल्स (Parables) कहते हैं उसी कोटि की ये कथाएँ हैं। सभी धर्मों के मूल-तत्व की यदि गहराई से छानबीन करें तो उनके अन्दर उसी आध्यात्मिक आधारशिला को पाएँगे जो किसी भी भाषा के शब्दों में प्रकट नहीं किया जा सकता, जो वाणी का विषय नहीं, बल्कि व्यक्ति की आंतरिक अनुभूति के क्षेत्र का विषय है। समय-समय पर भूतल पर प्रगट होने वाली महान् विभूतियों ने देश-काल एवं परिस्थिति के अनुकूल इसी प्रकार उस गूढ़ रहस्य का साक्षात्कार अपने हृदय के अन्दर करने के लिए लोगों को प्रेरित किया। जो उनके संकेत को समझ कर उस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अग्रसर हुए उन्होंने अपने मानव जीवन को सफल एवं सार्थक किया।
मानव उत्थान सेवा समिति इसी लक्ष्य को सामने रखकर यह संग्रह प्रकाशित कर रही है। आशा है सुविज्ञ पाठक इस से अधिक से अधिक लाभ उठाएंगे और जीवन के मूल ध्येय को जानने की जिज्ञासा उनके अन्दर पैदा होगी।
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